मेरे आँगन में चहकती है मेरे आँगन में चहकती है
शहर भटकता रहता हूँ शहर भटकता रहता हूँ
हो जाएगा ख़ुश चलो, कुछ हम भी हो जाएं ख़ुश ! हो जाएगा ख़ुश चलो, कुछ हम भी हो जाएं ख़ुश !
उस शख्स को टूट कर चाहना फिर खुद टूट जाना इसका मतलब वो शख्स तुम्हारे अन्दर जिन्दा होगा। उस शख्स को टूट कर चाहना फिर खुद टूट जाना इसका मतलब वो शख्स तुम्हारे अन्दर ...
घर आंगन छोड़ कर कहां उड़ गई गौरैया रानी। घर आंगन छोड़ कर कहां उड़ गई गौरैया रानी।
जात पात और धर्म बैठे तराजू की एक ओर हैं, समझ नहीं आता दूसरी ओर बैठा कौन है। जात पात और धर्म बैठे तराजू की एक ओर हैं, समझ नहीं आता दूसरी ओर बैठा कौन है।